UPPCL TG2 Paper 10 Nov 2023 Shift 2 Part 4

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Q1 निम्न में से कौन-सा बाक्य तात्कालिक वर्तमान काल की दृष्टि से उचित वाक्य है?

A. वे सभी कारें आज शाम में नीलाम हो सकती हैं।
B. वे सभी कारें आज शाम में नीलाम हो रही हैं।
C. वे सभी कारें आज शाम में नीलाम हो चुकी हैं।
D. वे सभी कारें आज शाम में नीलाम हो चुकी होंगी।

Correct Option: 2

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Q2 निम्न में से ‘मरीचि का पर्याय है-

A. सूर्य
8. विष्णु
C. रश्मि
D. चाँदनी

Correct Option: 3

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Q3 निम्न में से कौन-सा वाक्य हेतुहेतुमजविष्य काल की दृष्टि से उचित वाक्य है?

A. सम्भव है कि वह लगातार मेहनत करे तो विद्वान हो जाए।
B. वह लगातार मेहनत कर रहा है विद्वान होने के लिए।
C. लगातार मेहनत करने से कोई विद्वान हो सकता है।
D. वह लगातार इतनी मेहनत करे तो विद्वान ही हो जाए।

Correct Option: 4

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Q4. निम्न में से कौन-सा वाक्य संदिग्ध भूत काल की दृष्टि से उचित वाक्य है?

A. जापान उस घटना को भुला रहा था।
B. जापान उस घटना को भूल चुका था।
C. जापान उस घटना को भूल चुका होगा।
D. जापान उस घटना को भूल चुका होता यदि फिर से भूकम्प न आता।

Correct Option: 3

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Q5 सही मुहावरा चुनें-

A. गर्दन पर आरी फेरना
B. गर्दन पर पुरी फेरना
C. गर्दन पर तलवार फेरना
D. गर्दन पर चाकू फेरना

Correct Option: 2

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Q.6 शक्तिबोधक क्रिया शब्द से दिया गया वाक्य पूर्ण करें-
दादाजी लम्बी बीमारी के बाद अग

A. चल उठे।
B. चल-फिर सकते हैं।
C. चलते होंगे।
D. चलने लगे हैं।

Correct Option: 2

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Q.7 वाक्य विन्यास की दृष्टि से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए-

A. सूफियों ने पारलौकिक प्रेम की प्रतिष्ठा की।
B. सूफियों ने पारलौकिक प्रेम की की प्रतिष्ठा ।
C. पारलौकिक प्रेम की प्रतिष्ठा की सूफियों ने
D. सूफियों ने की पारलौकिक प्रेम की प्रतिष्ठा ।

Correct Option:1

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Q.8 वाक्य विन्यास की दृष्टि से शुद्ध वाक्य का चयन कीजिए-

A. वहाँ बहुत से पशु और पक्षी चरते और उड़ते हुए दिखाई दिये ।
B. वहाँ बहुत से पशु और पक्षी उड़ते और चरते हुए दिखाई दिये ।
C. पशु चरते और पक्षी उड़ते हुए और दिखाई दिये वहाँ बहुत से
D. वहाँ दिखाई दिये बहुत से पशु और पक्षी चरते और उड़ते ‘हुए।

Correct Option:1

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29 निम्न में से किस वाक्य में कारक चिह्न का शुद्ध प्रयोग हुआ है

A. कठिन मेहनत में हर्ष को डॉक्टर बनाया था।
B. कठिन मेहनत द्वारा हर्ष को डॉक्टर बनाया था।
C. कठिन मेहनत में हर्ष को डॉक्टर बनाया था।
D. कठिन मेहनत से हर्ष को डॉक्टर बनाया था।

Correct Option:1

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Q.10 निम्न में से किस वाक्य में विशेषण शब्द का उचित प्रयोग नहीं हुआ है?

A. काले कजरारे बादलों को उमड़ते-घुमड़ते देख कृषक प्रसन्न हो उठे।
B. आज माँ ने बड़ा लज़ीज़ भोजन बनाया है।
C. धड़ाधड़ बरसला पानी, जरा न रुकला लेता दम ।
D. चिलचिलाती धूप को जो चाँदनी देते बना ।

Correct Option: 3

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Comprehension: SubQuestion No : 11Q.11

प्रश्न के उत्तर दिए गए गद्यांश के आधार पर दीजिए।

वास्तव में मनुष्य स्वयं को देख नहीं पाता। उसके नेत्र दूसरों के चरित्र को देखते हैं, उसका हृदय दूसरों के दोषों को अनुभव करता है उसकी वाणी दूसरों के अवगुणों का विश्लेषण कर सकती है, किंतु उसका अपना चरित्र, उसके अपने दोष एवं उसके अवगुण, मिथ्याभिमान और आत्म गौरव के काले आवरण में इस प्रकार प्रच्छन्न रहते हैं कि जीवन पर्यंत उसे दृष्टिगोचर ही नहीं हो पाते। इसीलिए मनुष्य स्वयं को सर्वगुण सम्पन्न देवता समझ बैठता है। व्यक्ति स्वयं के द्वारा जितना छला जाता है, उतना किसी अन्य के द्वारा नहीं। आत्मविश्लेषण कोई सहज कार्य Comprehension: नहीं है। इसके लिए उदारता, सहनशीलता एवं महानता की आवश्यकता होती है। इसका तात्पर्य यह नहीं है कि आत्मविश्लेषण मनुष्य कर ही नहीं सकता। अपने गुणों-अवगुणों की अनुभूति मनुष्य को सदैब रहती है। अपने दोषों से वह हर पल अवगत रहता है, किंतु अपने दोषों को मानने के लिए तैयार न रहना ही उसकी दुर्बलता होती है और यही उसे आत्मविश्लेषण की क्षमता नहीं दे पाती। उसमें इतनी उदारता और हृदय की विशालता ही नहीं होती कि वह अपने दोषों को स्वयं देख सके। इसके विपरीत पर निंदा एवं पर दोष दर्शन में अपना कुछ नहीं बिगड़ता, उल्टे मनुष्य आनंद अनुभव करता है, परंतु आत्म विश्लेषण करके अपने दोष देखने से मनुष्य के अहंकार को चोट पहुँचती है। SubQuestion No: 11Q11
मनुष्य को स्वयं के दोष क्यों नहीं दिखते?
A. क्योंकि वह स्वयं को दोषमुक्त ही मानता है।
B. क्योंकि वह दूसरों में ही दोष ढूँढता रहता है।
C. क्योंकि वह अपने दोष देख ही नहीं सकता।
D. क्योंकि उसके दोष आत्मगौरव के पीछे छिपे रहते हैं।

Correct Option: 4

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Q.12 पर निंदा में मानव आनंद लेता है क्योंकि –

A. कानों एवं मन को रस मिलता है।
B. इससे अपनी कोई हानि नहीं होती।
C. पर निंदा सबसे सरल कार्य है।
D. अहंकार को तृप्ति नहीं मिलती है।

Correct Option: 2

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Q.13 मनुष्य के अहंकार को चोट पहुँचती है-

A. आत्मविश्लेषण करने में
B. दूसरों के दोष निकालने में
C. अपने मिथ्याभिमान से बाहर निकलने पर
D. स्वयं की निंदा सुनने से ।

Correct Option:1

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Q.14 आत्मविश्लेषण के लिए आवश्यक है-

A. ह्रदय की उदारता, सहनशीलता, महानता
B. ह्रदय की कोमलता, दब्बूपन
C. मन में भावनाओं की संवेगात्मकता
D. गुणों-अवगुणों का अनुभव कर सकने की क्षमता

Correct Option: 1

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Q.15 प्रच्छन्न’ शब्द का अर्थ है-

A. गोपित
B. चलन
C. प्रचलित
D. उपस्थित

Correct Option: 1

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Category –EE Online Test

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